जम्मू-कश्मीर चुनाव 2024: नेशनल कॉन्फ्रेंस की ऐतिहासिक जीत, उमर अब्दुल्ला फिर बनेंगे मुख्यमंत्री
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024 चुनावों ने राजनीतिक हलचल मचा दी है। नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 41 सीटों पर जीत दर्ज की है। कांग्रेस के साथ गठबंधन में 6 और सीटें जीतकर गठबंधन को कुल 51 सीटें मिली हैं, जो बहुमत से अधिक है। यह उमर अब्दुल्ला को एक बार फिर से जम्मू-कश्मीर का मुख्यमंत्री बनाए जाने का संकेत है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस की जीत का जश्न
NC के कार्यकर्ता इस जीत का जोरदार जश्न मना रहे हैं। उमर अब्दुल्ला की बहन, सफिया अब्दुल्ला खान ने ट्वीट करते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं से पूछा, “NC वालों, How’s the Josh?” यह संवाद फिल्म ‘उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक’ से लिया गया है और पार्टी समर्थकों ने इसे बड़ी ख़ुशी से अपनाया है। जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024 में उमर अब्दुल्ला ने बडगाम और गांदरबल दोनों सीटों से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। इसके अलावा, उनके पिता और NC के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने भी ऐलान किया कि उमर अब्दुल्ला ही राज्य के अगले मुख्यमंत्री होंगे।
धारा 370 हटने के बाद पहला चुनाव
यह चुनाव विशेष रूप से इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद पहली बार विधानसभा चुनाव हुए हैं। इस चुनाव के नतीजे बताते हैं कि राज्य के लोग धारा 370 के फैसले से संतुष्ट नहीं हैं, जैसा कि फारूक अब्दुल्ला ने भी कहा। उन्होंने चुनाव परिणामों पर टिप्पणी करते हुए कहा, “यह स्पष्ट जनादेश है कि कश्मीर के लोग धारा 370 हटाने के फैसले का समर्थन नहीं करते।”
चुनावी नतीजे: NC की शानदार जीत
चुनाव आयोग के मुताबिक, NC ने 41 सीटों पर जीत दर्ज की है और 4 सीटों पर आगे है। कांग्रेस ने 6 सीटों पर जीत दर्ज की है। वहीं, BJP ने 26 सीटों पर जीत हासिल की, लेकिन जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024 में कश्मीर घाटी में बीजेपी एक भी सीट नहीं जीत पाई। यह नतीजे NC और कांग्रेस गठबंधन की स्पष्ट जीत की ओर इशारा करते हैं।
उमर अब्दुल्ला का फिर से मुख्यमंत्री बनना
उमर अब्दुल्ला का दोबारा मुख्यमंत्री बनना उनके समर्थकों के लिए गर्व का विषय है। उन्होंने 2009 से 2015 तक जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में काम किया और 2018 से विपक्ष के नेता के रूप में भी अहम भूमिका निभाई। उमर अब्दुल्ला की यह जीत राज्य की राजनीति में एक नए अध्याय की शुरुआत है।
गठबंधन की भूमिका और जनता का समर्थन
NC और कांग्रेस का गठबंधन 51:32 सीटों के बंटवारे के आधार पर बना था, और इसने जम्मू-कश्मीर के सभी हिस्सों में अपना दबदबा बनाए रखा। इस भारी समर्थन से साफ है कि जनता ने इस गठबंधन पर अपना भरोसा जताया है। पहले चरण की वोटिंग में 61% और तीसरे चरण में 69.65% मतदान हुआ, जो दर्शाता है कि जनता में चुनाव को लेकर जबरदस्त उत्साह था।
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024 में बीजेपी की स्थिति और चुनौतियां
हालांकि जम्मू क्षेत्र में BJP अपनी पकड़ बनाए रखने में सफल रही, लेकिन जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024 पार्टी के मुस्लिम उम्मीदवारों को बड़ी हार का सामना करना पड़ा। राज्य के अध्यक्ष रवींद्र रैना ने अपनी हार के बाद इस्तीफा दे दिया। इस हार ने बीजेपी के लिए एक नेतृत्व संकट पैदा कर दिया है।
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निष्कर्ष
जम्मू-कश्मीर में हुए विधानसभा चुनावों के नतीजे एक महत्वपूर्ण राजनीतिक बदलाव की ओर इशारा कर रहे हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस की ऐतिहासिक जीत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि राज्य के लोग अभी भी अपने पुराने नेताओं पर भरोसा करते हैं और धारा 370 हटाए जाने के फैसले से नाखुश हैं। उमर अब्दुल्ला का मुख्यमंत्री बनना अब लगभग तय है। जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024 चुनाव में राज्य की राजनीति में यह एक नया मोड़ होगा, और देखना दिलचस्प होगा कि यह सरकार राज्य के विकास में क्या योगदान देती है।
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चुनावी नतीजे :
FAQ about जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024
Q1: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजे क्या हैं?
A: नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) ने 41 सीटों पर जीत दर्ज की है और कांग्रेस के साथ मिलकर कुल 51 सीटें प्राप्त की हैं, जो बहुमत से अधिक हैं।
Q2: उमर अब्दुल्ला का मुख्यमंत्री बनना कब तय हुआ?
A: उमर अब्दुल्ला के पिता और NC के अध्यक्ष, फारूक अब्दुल्ला ने यह घोषणा की कि उमर अब्दुल्ला राज्य के अगले मुख्यमंत्री होंगे, जो इस चुनाव के नतीजों के बाद हुआ।
Q3: यह चुनाव धारा 370 हटने के बाद क्यों महत्वपूर्ण है?
A: यह चुनाव धारा 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में पहला विधानसभा चुनाव था, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि राज्य के लोग इस फैसले को लेकर अपनी भावनाएं व्यक्त कर रहे हैं।
Q4: बीजेपी का इस चुनाव में प्रदर्शन कैसा रहा?
A: बीजेपी ने 26 सीटों पर जीत हासिल की, लेकिन जम्मू-कश्मीर के कश्मीर घाटी में एक भी सीट नहीं जीत सकी, जिससे पार्टी को बड़ा झटका लगा है।
Q5: चुनाव के दौरान मतदान प्रतिशत कैसा रहा?
A: इस बार के चुनाव में मतदान प्रतिशत उच्च रहा, पहले चरण में 61%, दूसरे चरण में 57%, और तीसरे चरण में 69.65% मतदान हुआ।
Q6: कांग्रेस का प्रदर्शन कैसा रहा?
A: कांग्रेस ने 6 सीटों पर जीत दर्ज की, लेकिन जम्मू क्षेत्र में उसका प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा, जहां पार्टी ने केवल 1 सीट जीती।
Q7: उमर अब्दुल्ला के राजनीतिक करियर के बारे में जानकारी दें।
A: उमर अब्दुल्ला 2009 से 2015 तक जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री रह चुके हैं और 2015 से 2018 तक विपक्ष के नेता रहे हैं।